What is Arbitrage Trading – आर्बिट्रेज ट्रेडिंग क्या है
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग का परिचय – Introduction to Arbitrage Trading
स्टॉक मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है जैसे की पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading) इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?, स्विंग ट्रेडिंग क्या है?, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग डिलीवरी ट्रेडिंग । आज इस ब्लॉग में हम आर्बिट्रेज ट्रेड के बारे में जानेंगे।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग, ट्रेडिंग की एक ऐसी रणनीति है जिसमें ट्रेडर या व्यापारी दो या दो से अधिक बाजारो में उनके कीमत का अंतर का लाभ उठाकर मुनाफा प्राप्त करता है। आर्बिट्रेज ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य कम जोखिम में ज्यादा मुनाफा प्राप्त करना है। किसी संपत्ति (जैसे शेयर, कमोडिटी, और करेंसी) का अलग-अलग बाजारों पर अलग-अलग दाम होता है तो आर्बिट्रेज ट्रेडर उसे सस्ते दाम में बाजार से खरीद कर मांगे दाम वाले बाजार में बेच देते हैं। आर्बिट्राज की प्रक्रिया बहुत ही तेज गति से होती है क्योंकि बाजार में मूल्य जल्द ही बदलती है ।
आर्बिट्रेज कैसे काम करता है – How does arbitrage work
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) करना तभी संभव होता है जब एक ही संपत्ति का दाम अलग-अलग बाजारों में अलग-अलग होता है इस प्रकार आर्बिट्राज ट्रेडर इन बाजारों के मूल्यों का अलग-अलग होने का फायदा उठाकर उसमें मुनाफा प्राप्त करने की कोशिश करता है
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के लिए हमें मुख्य दो बातों का ध्यान रखना पड़ता है –
1. कीमतों में अंतर होना —
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग बाजारो या प्लेटफार्म पर उस वस्तु, शेयर या करेंसी की कीमतों में अंतर होना आवश्यक है ।
2. तेजी से व्यापार होना —
बाजार के कीमतों में अंतर बहुत ही अल्प समय के लिए होता है इसलिए आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय हमें बहुत ही तेजी से खरीदना और बेचना होता है
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के प्रकार – Types of Arbitrage Trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग एक प्रकार की ट्रेडिंग रणनीति है इसमें हम किसी प्रकार की संपत्ति शेयर्स को विभिन्न बाजारों में उनके मूल्यों का अंतर का लाभ उठाकर मुनाफा कमाया जाता है। आर्बिट्रेज ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य होता है कम जोखिम में ज्यादा मुनाफा प्राप्त करना। आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) के कुछ निम्न प्रकार है :-
1. स्थानिक आर्बिट्रेज – Local Arbitrage
स्थानीय आर्बिट्राज हम तब करते हैं जब एक संपत्ति का मूल्य एक स्थान पर अलग-अलग होता है ट्रेडर इस मूल्य के अंतर का लाभ उठाकर मुनाफा बनाते हैं। उदाहरण के तौर पर किसी एक शेयर का मूल्य बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में ₹100 है और इस शेयर का मूल्य नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 105 रुपए है तो ट्रेडर्स उसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सस्ता खरीद कर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में बेचकर मुनाफा प्राप्त करेंगे इस प्रकार स्थानीय आर्बिट्राज होता है।
2. समयिक आर्बिट्रेज – Temporal Arbitrage
समयिक आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) तभी होता है जब किसी विशेष समय पर किसी संपत्ति या शेयर का मूल्य में अंतर हो। इस प्रकार समयिक आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में किसी विशेष संपत्ति का मूल्य एक ही समय पर कम या ज्यादा हो सकता है और इसी का लाभ उठाना होता है। ट्रेडर्स उस समय सस्ता में खरीद कर उसे महंगा में बेचकर लाभ प्राप्त करते हैं।
3. सांख्यिकीय आर्बिट्रेज – Statistical Arbitrage
संख्यिकिय आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) एक अत्यंत ही जटिल प्रक्रिया है इसमें हम गणित और सांख्यिकी मॉडल का प्रयोग करते हैं। इसमें ट्रेडर बाजार के पुराने डाटा का विश्लेषण करता है और मूल्य की भिन्नता को पहचान करते है। यह भिन्नता अस्थाई रूप में होता है। जब ट्रेडर्स यह देखते हैं कि किसी संपत्ति का मूल्य उसके सामान्य मूल्य से कम होता है तो उसे खरीद कर उसके सामान्य मुल्य पर आने पर बेच देते हैं और इससे मुनाफा प्राप्त करते हैं।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के लाभ – Advantages of Arbitrage Trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जिसमें ट्रेडर्स बाजार के मूल्य के अंतर का फायदा उठाकर मुनाफा प्राप्त करते हैं आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के कुछ निम्न लाभ है :—
1. जोखिम रहित लाभ – Risk-free profit
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) करने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आर्बिट्रेज ट्रेडिंग जोखिम रहित लाभ बनाने का अवसर देता है अर्थात आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में लॉस होने के संभावना अत्यंत कम होती है क्योंकि एक ही समय पर संपत्ति के मूल्यों का अंतर का लाभ उठाया जाता है।
2. बाजार की असंगतियों का लाभ – Benefit from market inefficiencies
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग का यह एक लाभ भी है इसमें हम बाजार के असंगतियों का फायदा उठाते हैं किसी कारण से अगर बाजार के मूल्य में असंगत होती है तो हम आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) कर के आसानी से इसका लाभ ले सकते हैं।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के जोखिम – Risks of Arbitrage Trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान या जोखिम होते हैं इसके बारे में हम नीचे जानेंगे :—
1. निष्पादन जोखिम – Execution Risk
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने का सबसे बड़ा जोखिम निष्पादन जोखिम होता है अर्थात आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए हमें अत्यंत तेज गति से सारी कार्य करने पड़ते हैं क्योंकि आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) में अल्प समय के लिए ही मूल्य में अंतर देखा जाता है और इसी अंतर को पकड़ने के लिए हमें अत्यंत तेज गति से कार्य करनी पड़ती है अगर हम सही समय पर खरीदी और बिक्री नहीं कर पाते हैं तो इसके कारण हमें एक बड़ा नुकसान हो सकता है इसके लिए हमें बड़े और अच्छे प्लेटफार्म का प्रयोग करना आवश्यक है।
2. तरलता जोखिम – Liquidity Risk
तरलता जोखिम बाजार के सभी हिस्सों में आ सकती है लेकिन अगर आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करना है तो हमें तरलता चाहिए अगर किसी संपत्ति या शेयर्स में लिक्विडिटी की कमी होगी तो हम आर्बिट्रेज ट्रेडिंग नहीं कर सकते । अगर हम उस स्टॉक या संपत्ति को खरीद लेते हैं और जब उसे बेचते हैं तो उस समय उसे कोई खरीदने वाला नहीं है तो हमें एक बड़ा नुकसान हो सकता है इस कारण तरलता जोखिम आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) के लिए अत्यंत जोखिम भरा हो सकता है।
3. कानूनी जोखिम – Legal Risk
कई देशों में आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करना गैरकानूनी होता है अर्थात आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में कानूनी जोखिम हो सकती है। कई जगह सरकार आर्बिट्रेज ट्रेडिंग पर प्रतिबंध भी लगा रखी है । अतः अगर हम आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) करते हैं और उनके नियमों के बारे में नहीं जानते तो एक बड़ी जोखिम का सामना हमें करना पड़ सकता है।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के लिए आवश्यक उपकरण – Essential Tools for Arbitrage Trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग को सफल बनाने हेतु प्रत्येक ट्रेडर्स को कुछ खास उपकरण प्रयोग करने आवश्यक है। यह उपकरण उन्हें बाजार में होने वाले मूल्य अंतर को तेजी से पता लगाने के लिए और सही समय पर उस ट्रेड को निष्पादित करने के लिए आवश्यक होते हैं। यहां हम नीचे कुछ मुख्य उपकरण के बारे में बताए हैं जो आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) के लिए अत्यंत आवश्यक है :—
ट्रेडिंग प्लेटफार्म – Trading Platforms
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एक महत्वपूर्ण उपकरण होता है। एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग करने से तेज और सटीक लेनदेन करने में ट्रेडर्स को आसानी होती है।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडर्स को बाजार में हो रहे रियल टाइम डाटा का आवश्यकता होता है। इसलिए एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग करके हम बाजार के रियल टाइम डाटा प्राप्त कर सकते हैं और बाजार में कीमतों के बदलाव को देख सकते हैं।
जैसा कि आपको पता है आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) करने के लिए हमें किसी भी ट्रेड को तेजी से निष्पादन करना पड़ता है। इसके लिए हमें एक सर्वश्रेष्ठ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग करना चाहिए। जिससे हमें सारे ट्रेड्स को निष्पादन करने में आसानी हो और जोखिम की मात्रा कम हो इस कारण एक अच्छे प्लेटफार्म का प्रयोग करना आवश्यक है।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading) में ट्रेडर्स को बाजार के बहुत सारी जानकारी की जरूरत होती है और एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में हमें बाजार के सारे डाटा एक्सेस करने की सुविधा प्राप्त होती है जिसमें मल्टी मार्केट एक्सेस भी शामिल होता है। जिससे बाजार के सारे अन्तर एक ही ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर हमें प्राप्त हो जाती है और हम आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करके कीमतों के अंतर का लाभ उठा सकते हैं।
डेटा और अनुसंधान उपकरण – Data and Research Tools
डाटा और अनुसंधान, आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के लिए एक आवश्यक उपकरण होता है। सही डाटा और सही विश्लेषण के साथ अगर हम बाजार में ट्रेड करते हैं तो आसानी से हम उस संपत्ति या स्टॉक के असमानता को आसानी से ढूंढ सकते हैं और वहां से हम मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए हमें कुछ प्रमुख डाटा और अनुसंधान का प्रयोग करना पड़ता है जिसके बारे में हम आगे जानेंगे।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए हमें बाजार के डाटा प्राप्त करने होते हैं जैसे बाजार की कीमत ऑर्डर, बुक और अन्य संबंधित डाटा जो हमें वास्तविक समय में सही जानकारी प्रदान करें । उसके लिए हम विभिन्न प्रकार के डाटा प्रदान करने वाली टूल्स का प्रयोग करेंगे।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग एक अत्यंत जटिल रणनीति होती है जिसे मैन्युअल किया जाना अत्यंत कठिन होता है इसके लिए हमें कुछ सॉफ्टवेयर का भी प्रयोग करना चाहिए जिससे वह सॉफ्टवेयर बाजार की मूल्य का अंतर ढूंढ कर उसमें स्वयं ट्रेड निष्पादित कर सके।
चार्टिंग और विश्लेषण उपकरण का प्रयोग करना भी अत्यंत आवश्यक है। जिससे हमें बाजार की पुरानी डाटा का प्रयोग करके मुनाफा प्राप्त करने में आसानी हो।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के उदाहरण – Examples of Arbitrage Trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बाजार में होने वाली मूल्य में अंतर का लाभ उठाने की प्रक्रिया है। आर्बिट्रेज ट्रेडिंग कई प्रकार की बाजार में होती है जैसे स्टॉक मार्केट, फॉरेक्स मार्केट और क्रिप्टो मार्केट। आइए हम इसके बारे में नीचे जाते है :—
स्टॉक मार्केट में आर्बिट्रेज – Arbitrage in the Stock Market
स्टॉक मार्केट में आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने का मतलब है कि एक ही शेयर को दो अलग-अलग एक्सचेंज पर खरीदना और बेचना।
उदाहरण :— अगर किसी कंपनी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर ₹1000 में मिल रहा है लेकिन वही शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में ₹1010 में मिल रहा है। तो ट्रेडर्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में ₹1000 में उस शेयर को खरीद कर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में उस स्टॉक को ₹1010 में बेच देगा और प्रति शेयर ₹10 का प्रॉफिट उस ट्रेंडर को हो जाएगा।
फॉरेक्स मार्केट में आर्बिट्रेज – Arbitrage in the Forex Market
फॉरेक्स मार्केट या विदेशी मुद्रा बाजार में आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करेंसी पर किया जाता है और उनके मूल्य में भिन्नता का फायदा उठाया जाता है।
उदाहरण :— यूरो और अमेरिका डॉलर का एक्सचेंज रेट न्यूयॉर्क मार्केट में $1.10 है लेकिन यही लंदन मार्केट में $1.12 है। तो ट्रेडर्स इसे न्यूयॉर्क मार्केट में खरीद कर लंदन मार्केट में बेंच देंगे और उनके मूल्य का अंतर उन्हें मुनाफा के रूप में प्राप्त होगा।
क्रिप्टोकरेंसी में आर्बिट्रेज – Arbitrage in Cryptocurrencies
क्रिप्टो मार्केट में आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए हमें अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज का प्रयोग करना पड़ेगा।
उदाहरण :— बिटकॉइन की कीमत बैनेंस एक्सचेंज पर $50000 है जबकि कॉइनबेस पर इसकी कीमत $50500 है तो ट्रेडर्स इसे बैनेंस एक्सचेंज पर खरीद कर कॉइनबेस पर बेंच देंगे और प्रति बिटकॉइन $500 का मुनाफा ट्रेडर्स को होगा।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग कैसे शुरू करें – How to start arbitrage trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग एक आकर्षक विकल्प है जिसमें बाजार की कीमतों के अंतर का फायदा उठाकर लाभ प्राप्त किया जाता है ।इसे शुरू करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाना आवश्यक है जिसके बारे में हम नीचे जानेंगे :—
प्रारंभिक कदम – Preliminary steps
बाजार को समझना :— आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले हमें किस बाजार में ट्रेडिंग करना है इसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करनी होगी। यहां स्टॉक मार्केट, फॉरेक्स मार्केट, क्रिप्टो मार्केट या अन्य मार्केट में हो सकती है । तो आपको यह चयन करना होगा कि आप किस बाजार में ट्रेड करना चाहते हैं और चयन करने के पश्चात आपको उसे बाजार को समझना होगा।
खाता खोलना :— बाजार को समझ लेने के पश्चात अब आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ेगी । इसके माध्यम से आप बाजार में ट्रेडिंग करना प्रारंभ कर पाएंगे इसके लिए आपको श्रेष्ठ एक्सचेंज या ब्रोकर के साथ अकाउंट खोलना चाहिए।
कैपिटल :— ट्रेडिंग अकाउंट ओपन हो जाने के बाद अब आपको पर्याप्त मात्रा में फंड चाहिए जिसके द्वारा आप बाजार में ट्रेडिंग कर पाएंगे और कीमत के अंतर पर खरीदी और बिक्री कर पाएंगे।
आवश्यक ज्ञान और शिक्षा – Required knowledge and education
आर्बिट्रेज की अवधारणा को समझें :— आर्बिट्राज की अवधारणा को समझने के लिए आपको बाजार में ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करना पड़ेगा इससे आप आर्बिट्रेज ट्रेडिंग की अवधारणा को समझ जाएंगे।
ट्रेडिंग की तकनीकें सीखें :— आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ ट्रेडिंग की तकनीक सीखनी होगी इसके लिए आप ऑनलाइन कोर्स, किताबें और यूट्यूब वीडियो का सहारा ले सकते हैं।
बाजार विश्लेषण और अनुसंधान :— आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करने के लिए आपको बाजार का विश्लेषण और अनुसंधान करना सीखना चाहिए इससे आप अच्छे अवसरों को आसानी से खोज सकते हैं।
छोटे निवेश से शुरुआत करें :— आर्बिट्रेज ट्रेडिंग प्रारंभ करने के लिए आपको निवेश करना होगा और प्रारंभ में आप पूरी तरीके से अनुभवी नहीं होंगे इस कारण आपको छोटे निवेश से आर्बिट्रेज ट्रेडिंग प्रारंभ करना चाहिए।
जोखिम प्रबंधन :— आर्बिट्रेज ट्रेडिंग प्रारंभ करने के बाद सर्वप्रथम आपको रिस्क मैनेजमेंट या जोखिम प्रबंधन सीखना आवश्यक है। यह आपके बड़े नुकसान से बचाकर रखना है।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ अभ्यास – Best practices for arbitrage trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में सफल होने के लिए आपको सही रणनीति का प्रयोग करना अत्यंत आवश्यक है इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण अभ्यास करने होंगे जिनके बारे में हम नीचे डिस्कस करेंगे :—
अनुशासन – Discipline
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय आपको हमेशा अनुशासित रहना चाहिए क्योंकि आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय अवसर तेजी से आते हैं और चले जाते हैं । इस कारण आपको हमेशा अनुशासन का पालन करते हुए आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करनी चाहिए।
धैर्य – patience
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय आपको धैर्य रखना चाहिए, सही ट्रेड की प्रतीक्षा करना चाहिए । धैर्य बनाकर रखने से आपको मुनाफा प्राप्त होगा अगर आप जल्दी बाजी में गलत ट्रेड लेते हैं तो आपको जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
निरंतर शिक्षा – Continuing education
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय आपको हमेशा बाजार से जुड़े रहना चाहिए। निरंतर बाजार की जानकारी लेना चाहिए नए-नए रुझानों का नए-नए उपकरणों का और नई-नई तकनीक का प्रयोग करना चाहिए निरंतर शिक्षा लेते रहना चाहिए । जिससे आपकी आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में सफल होने की संभावना ज्यादा हो।
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग में सामान्य गलतियाँ – Common mistakes in arbitrage trading
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय ट्रेडर्स बहुत सारी छोटी-छोटी गलतियां करते हैं जिनके कारण उन्हें नुकसान होता है इन गलतियों के बारे में हम नीचे जानेंगे जिससे ट्रेडर्स लॉस होने से बच सके :—
अत्यधिक आत्मविश्वास – overconfidence
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय ट्रेडर ओवर कॉन्फिडेंस में आ जाते हैं जिनके कारण उन्हें कई बार बड़े नुकसान का सामना करना पड़ता है। अत्याधिक आत्मविश्वास हमेशा अच्छा साबित नहीं होता इसके कारण हमें अपने ट्रेडिंग को बंद करना पड़ जाता है। आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय आपको आत्मविश्वास रखना है किंतु अपने ट्रेडिंग निर्णय के अनुसार ही कार्य करते हुए अनुशासन बनाएं रखकर कार्य करना है।
अपर्याप्त अनुसंधान – insufficient research
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग करते समय ट्रेडर्स यह गलती आवश्यक करते हैं कि वह उस ट्रेड की जानकारी नहीं लेते अर्थात अपर्याप्त अनुसंधान करते हैं और जल्दबाजी में उसे ट्रेड में घुस जाते हैं जो की सही नहीं था इसके कारण उन्हें लॉस या नुकसान होता है । इससे बचने के लिए आप पर्याप्त रूप से अनुसंधान करें फिर जाकर उस ट्रेड में घूस जहां आपका अनुसंधान सही बैठे।
जोखिम प्रबंधन की कमी – Lack of Risk Management
बहुत सारे ट्रेडर यह गलती अवश्य करते हैं कि वह जोखिम प्रबंधन को ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं समझते किंतु ट्रेडिंग के जीवन में जोखिम प्रबंधन एक महत्वपूर्ण हिस्सा रखता है। ट्रेडिंग में सफल होना है तो आपको जोखिम प्रबंधन सही तरीके से करना सीखना होगा
निष्कर्ष – conclusion
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग, ट्रेडिंग करने का एक अत्यंत अनोखा तरीका है जिससे हम बाजार के असंगतियों का लाभ उठाकर कम नुकसान में ज्यादा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। यह नए और पुराने दोनों ट्रेडर के लिए अत्यंत आकर्षक होता है क्योंकि इसमें हम केवल बाजार के मूल्य का अंतर का फायदा उठाने का प्रयास करते हैं।
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