इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है – What Is Intraday Trading In Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है – What Is Intraday Trading In Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है – What Is Intraday Trading In Hindi

Table of Contents

इंट्राडे ट्रेडिंग का परिचय – Introduction to Intraday Trading

आज का युग एक डिजिटल युग है, जहां अत्यधिक चीज डिजिटल हो चुकी है । जिसमें शेयर बाजार भी आता है शेयर बाजार पर निवेश करना भी डिजिटल हो चुका है । शेयर बाजार में कई तरीको से पैसे कमाया जा सकता है जिसमे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading), स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading), इन्वेस्टमेंट(Investment) आता हैं | इस निवेश की प्रक्रिया में इंट्राडे एक महत्वपूर्ण तरीका है यह उन लोगों के लिए अत्यंत फायदेमंद है जो शेयर मार्केट से जल्द से जल्द ज्यादा लाभ कमाना चाहते हैं । इंट्राडे में लाभ कमाने के लिए आपको सही जानकारी एवं समझ होनी जरूरी है जिसमें टेक्निकल एनालिसिस चार्ट पेटर्न आते हैं ।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? – What Is Intraday Trading In Hindi ?

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) वह प्रक्रिया है जिसमें कोई भी व्यक्ति किसी शेयर को एक ही दिन के भीतर खरीदना और बेचता है अर्थात मार्केट प्रारंभ होने के बाद और मार्केट बंद होने की पूर्व किसी शेयर को खरीद कर बेचा जाए या बेचकर खरीदा जाए और उन दोनों के मूल्य का अंतर का लाभ उठाया जाए यही इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाता है । इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर मूल्य का छोटे-बड़े बदलाव का फायदा उठाया जाता है ।

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है? – How does intraday trading work?

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) में किसी ट्रेडर को कुछ स्टॉक निर्धारित करने होते हैं जिसमें उसके मूल्य का उतार और चढ़ाव पर ध्यान देना होता है । सही समय देखकर उसे शेयर में एंट्री अर्थात बाय किया जाता है और उसे शेयर का मूल्य बढ़ जाने के बाद उससे एक्जिट अर्थात सेल कर दिया जाता है । यह कार्य अत्यंत तेज गति से होता है इसके लिए आपको सही रणनीति और तेजी से निर्णय लेने की क्षमता आनी चाहिए । ट्रेडर को इसके लिए बाजार पर विशेष ध्यान देना होता है । जिससे वह बाजार की गति को ध्यान में रखकर मुनाफा प्राप्त कर सकता है ।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आवश्यक उपकरण – Essential Tools for Intraday Trading

1. इंटरनेट कनेक्शन – Internet connection

    इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) एक अत्यंत तेज गति से किया जाने वाला ट्रेड है और तेज गति से प्रोसेस करने के लिए आपको एक मजबूत और तेजी से चलने वाला इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है क्योंकि बाजार में तेजी या मंडी कुछ क्षण में ही आ जाती है जिसको पकड़ने के लिए आपको अच्छा इंटरनेट कनेक्शन जरूरी है ।

    2. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म – trading platform

    इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करने के लिए सबसे पहले हमें एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनना पड़ता है जिस पर हम ट्रेड कर सकें ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यूजर फ्रेंडली होना चाहिए जिससे हम उसे आसानी से समझ सके साथ ही साथ उसमें आवश्यक टूल और फीचर्स का भी होना जरूरी है ताकि हम अपने ट्रेड को एक प्रभावी ढंग से बना सकें ।

    3. ब्रोकर – broker

    किसी भी प्रकार का ट्रेड लेने के लिए आपको एक अच्छे ब्रोकर की जरूरत होती है लेकिन इंट्राडे ट्रेड करने के लिए आपको सबसे अच्छे ब्रोकर का चयन करना अनिवार्य है क्योंकि जो आप बाय या सेल ट्रेड करेंगे उसको निष्पादन वह ब्रोकर ही करता है और उसके लिए कुछ शुल्क लेता है, तो आपको ऐसे ब्रोकर का चयन करना चाहिए जो एक विश्वसनीय ब्रोकर हो और कम शुल्क में अच्छा कार्य करके आपको दे । मैंने कुछ ब्रोकर्स के लिंक निचे दिया हैं वह से आप अपना अकाउंट खोल सकते है |

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    इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ – Benefits of intraday trading

    1. लाभ प्राप्ति की क्षमता – Profitability

      इंट्राडे ट्रेडिंग में आप अत्यंत पैसा कमा सकते हैं किंतु आप अपना लाभ प्राप्ति की क्षमता उतना ही रखें जितना आप हानि सहन कर सकते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) छोटे-छोटे मुनाफे से किया जाता है और दिन के अंत तक आप जितना लाभ या हानि प्राप्त करते हैं वह आपके ब्रोकर खाते में आ जाता है |

      2. लिक्विडिटी – liquidity

        इंट्राडे ट्रेडिंग में हमें केवल वह स्टॉक खरीदना या बेचना चाहिए जिसमें लिक्विडिटी की मात्रा अत्यधिक हो क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग मैं आपको उसी दिन ट्रेड को बंद करना होता है इस कारण आपको अच्छे लिक्विडिटी वाले स्टॉक पर ही ट्रेड करना चाहिए ताकि आपका ट्रेड फंसा ना रहे साथ ही साथ आपका पैसा आपको दिन के अंत में आपको अपने ब्रोकर अकाउंट में देखने को मिल जाए यही एक इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) का लाभ है ।

        3. कम जोखिम – low risk

        इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको कम जोखिम देखने को मिल सकता है अगर आप सही तरीके से इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करते हैं तो आपको ज्यादा प्रॉफिट देखने को मिल जाएगा साथ ही साथ आपको किसी भी शेयर को ज्यादा दिन तक होल्ड करना नहीं पड़ेगा यही इंट्राडे ट्रेडिंग का एक लाभ है ।

        इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान – Disadvantages of intraday trading

        1. जोखिम की उच्च स्तर – high level of risk

          जैसा कि आप लोग को पता है इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) में मुनाफा अत्यंत प्राप्त किया जा सकता है लेकिन इसमें जोखिम भी बहुत ही अत्यधिक होता है। शेयर बाजार में उतार और चढ़ाव हमेशा होते रहते हैं अगर आप गलत दिशा में किसी शेयर को बाय या सेल कर लेते हैं तो आपको जोखिम देखने को मिल सकता है और आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है ।

          2. समय की आवश्यकता – need of the Time

          इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा ट्रेडिंग है जिसमें आपको अत्यधिक समय देना पड़ता है क्योंकि आप हमेशा स्टॉक पर नजर रखते हैं और उस पर निगरानी रखते हैं और साथ ही साथ सही समय का इंतजार करते हैं, जिसके कारण इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करने के लिए आपको समय की आवश्यकता होती है।

          3. धन का प्रबंधन – money management

          ट्रेडिंग करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है धन अर्थात अगर आपके पास पर्याप्त मात्रा में धान का प्रबंध नहीं है तो आप सही समय में सही ट्रेड नहीं ले सकते इसलिए आपके पास पर्याप्त मात्रा में धान का होना आवश्यक है ताकि आप सही समय में सही ट्रेड लेकर प्रॉफिट बना सके।

          इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आवश्यक कौशल – Skills Required for Intraday Trading

          1. तकनीकी विश्लेषण – technical analysis

              इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ कुशल आने चाहिए जिनमें से एक है तकनीकी विश्लेषण या टेक्निकल एनालिसिस टेक्निकल, एनालिसिस के द्वारा आप अनुमान लगा सकते हैं कि वह स्टॉक किस दिशा में जाने वाला है इसके लिए आपको चार्ट का एनालिसिस करना आना चाहिए साथ ही साथ अगर आप इंडिकेटर का भी प्रयोग करते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) में धन प्राप्त कर सकते हैं।

              2. मौलिक विश्लेषण – fundamental analysis

              ट्रेडिंग करने के लिए एक कौशल महत्वपूर्ण है वह है मौलिक विश्लेषण, मौलिक विश्लेषण का उपयोग करके आप किसी भी कंपनी का वित्तीय स्थिति अर्थात फाइनेंसियल कंडीशन ज्ञात कर सकते हैं और उसके प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं । जिससे आपको अधिक मुनाफा प्राप्त करने के मौके प्राप्त होंगे साथ ही साथ आप उस ट्रेड को लंबे अवधि के लिए समझ सकते हैं।

              3. जोखिम प्रबंधन – risk management

              जोखिम प्रबंधन अर्थात रिस्क मैनेजमेंट बिना जोखिम प्रबंधन या रिस्क मैनेजमेंट के कोई भी व्यक्ति स्टॉक मार्केट में प्रॉफिटेबल नहीं हो सकता क्योंकि अगर आप जोखिम प्रबंधन सही तरीके से नहीं करोगे तो आपका धन खाली हो सकता है अर्थात अगर आप नुकसान को सीमित करें, स्टॉप लॉस का प्रयोग करें, सही जगह एंट्री ले आपका टारगेट प्राइस आने पर वहां से निकल जाएं तो आप इंट्राडे में एक प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन जाएंगे।

              इंट्राडे ट्रेडिंग की रणनीतियाँ – intraday trading strategies

              1. मॉमेंटम ट्रेडिंग – momentum trading

                इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करने के कुछ मुख्य रणनीतियां होती हैं जिनमें से एक है मोमेंटम ट्रेडिंग, मोमेंटम ट्रेडिंग में हम ट्रेड के मूवमेंट को पकड़ने की कोशिश करते हैं और लाभ कमा कर वहां से निकल जाते हैं यह मोमेंटम ट्रेडिंग कहलाता है।

                2. रेंज ट्रेडिंग – range trading

                इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) की रणनीतियों में एक रेंज ट्रेड भी आता है इसमें हम उन शेयरो का चयन करते हैं जो किसी निश्चित रेंज में ट्रेड कर रहा हो। इसमें हम उच्च स्तर पर शेयर को बेच देते हैं और निम्न स्तर पर शेयर को खरीद लेते हैं।

                3. स्काल्पिंग – scalping

                इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) की रणनीतियों में एक ट्रेड स्काल्पिंग भी है इसमें हम बहुत ही छोटे समय अवधि के लिए ट्रेड करते हैं यह कुछ सेकंड या कुछ मिनट के भीतर किया जाता है । इसमें छोटा प्रॉफिट और छोटा स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड किया जाता है।

                4. ब्रेकआउट ट्रेडिंग – breakout trading

                ब्रेक आउट ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) की कुछ मुख्य रणनीतियों में से एक है इस रणनीति में हम उन स्टॉक का चयन करते हैं जो एक रेंज को या सपोर्ट लेवल को तोड़कर ऊपर या नीचे की ओर जाता है तब हम उसे शेयर को खरीद या बेच देते हैं अगर स्टॉक ब्रेक आउट हुआ है तो हम उसे बाय करके लाभ उठाते हैं और अगर शेर ब्रेकडाउन हुआ है तो उसे बेचकर लाभ उठाते हैं।

                कैसे शुरू करें इंट्राडे ट्रेडिंग? – How to start intraday trading?

                1. मार्केट रिसर्च – market research

                  इंट्राडे ट्रेडिंग प्रारंभ करने के लिए सबसे पहले आपको मार्केट रिसर्च करना चाहिए यह इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) का पहला कदम होता है । आपको विभिन्न बाजारों और शेयर्स का अध्ययन करना चाहिए। जिससे आपको मार्केट का ज्ञान हो जाए कि कब कैसे किस स्टॉक पर किसी न्यूज़ का प्रभाव पड़ता है।

                  2. डेमो अकाउंट – demo account

                  इंट्राडे प्रारंभ करने के लिए सबसे पहले आपको किसी डेमो अकाउंट का प्रयोग करना चाहिए । इसमें आप बिना जोखिम के ट्रेड कर सकते हैं ताकि आपको पता चले कि वास्तव में आप कितना सीखे हैं, अगर आप डेमो अकाउंट में अच्छा लाभ कमा रहे हैं तब जाकर आप अपना धन लगाकर ट्रेड करें और अगर डेमो अकाउंट में आप लाभ प्राप्त नहीं करते तब आपको और सीखने की जरूरत है।

                  3. स्टार्ट स्मॉल – start small

                  इंट्राडे ट्रेडिंग प्रारंभ करते हैं तब आपको एक छोटे से निवेश से प्रारंभ करना चाहिए । इससे आप बिना ज्यादा जोखिम उठाने अपने कौशल को सुधार सकते हैं अगर नुकसान होता है तो केवल छोटा निवेश ही नुकसान होगा।

                  सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के टिप्स – Tips to become a successful intraday trader

                  1. शिक्षा और प्रशिक्षण – education and training

                    इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) में सफल बनने के लिए सबसे पहले आपको शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए ताकि आप एक सफल ट्रेड बन सके इसके लिए आप विभिन्न कोर्स, वेबीनार में भाग लेना चाहिए और साथ ही साथ पुस्तकों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।

                    2. ट्रेडिंग जर्नल रखना – keeping a trading journal

                    ट्रेडिंग जनरल का प्रयोग आपको सफल इंट्राडे ट्रेंड बना सकता है उसमें उन सभी चीजों को लिखना चाहिए जो अपने पूरे दिन में किया । अगर आप किसी ट्रेड में एंट्री लेते हैं और लाभ प्राप्त होता है तो आप किस रणनीति का प्रयोग किया और अगर नुकसान प्राप्त होता है तो किस रणनीति का प्रयोग किया और किस कारण यह गलती हुआ इन सभी का वर्णन वहां पर आप कीजिए । यह आपको सफल बनाने में मदद करेगा और साथ ही साथ आप अपने ट्रेडिंग की प्रक्रिया में सुधार लाएंगे।

                    3. सतर्कता और धैर्य – vigilance and patience

                    इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको धैर्य और सतर्कता रखना आवश्यक है आपको सही समय पर सही निर्णय लेना और सही रणनीति का प्रयोग करना आना चाहिए आपको अपने ट्रेड पर भरोसा होना चाहिए गलत ट्रेड लेने से बचना चाहिए सतर्क रहना चाहिए और ट्रेड लेने के बाद आप धैर्य रखें और उसका टारगेट प्राप्त होते तक या स्टॉप लॉस हिट होते तक धैर्य रखना चाहिए।

                    इंट्राडे ट्रेडिंग के सामान्य गलतियाँ – Common mistakes in intraday trading

                    1. ओवरट्रेडिंग – overtrading

                      इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय लोग कुछ गलतियां करते हैं जिनमें से पहले बड़ी गलती है ओवर ट्रेडिंग, ओवर ट्रेडिंग अर्थात अत्यधिक ट्रेड करना नए ट्रेंड हमेशा यह गलती करते हैं आप दिन में केवल एक या दो ट्रेड ही करें चाहे आपको नुकसान हो या फायदा।

                      2. भावनाओं पर नियंत्रण ना रखना – not controlling emotions

                      इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय हम अपने भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं और भावनाओं में आकर निर्णय लेते हैं, जिसके कारण हमें नुकसान हो सकता है । इसीलिए अपने भावनाओं पर नियंत्रण रखें अपने नियमों का पालन करें अपनी रणनीति का सही से प्रयोग करें।

                      3. सही समय पर एग्जिट ना करना – not exiting at the right time

                      इंट्राडे ट्रेडिंग में यह गलतियां बहुत ही अधिक लोग करते हैं अगर आप किसी स्टॉक पर एंट्री बनाकर रखे हैं और वह आपको मुनाफा दे रहा हो और अपने टारगेट तक पहुंच गया हो तो हम सोचते हैं कि यह और ऊपर जा सकता है जिसके कारण वह प्रॉफिट हम भी हम खो सकते हैं और अगर नुकसान हो रहा हो तो हम सोचते हैं कि शायद यह वापस मुनाफा की तरफ जा सकता है पर वह और नीचे चला जाता है जिससे हमे और नुकसान होता है और हम सही समय पर स्टॉक से एग्जिट नहीं करते हैं।

                      इंट्राडे ट्रेडिंग और टैक्सेशन – Intraday Trading and Taxation

                      1. शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स – short term capital gains tax

                        इंट्राडे ट्रेडिंग पर हमें शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है यह आपके आय पर निर्भर करता है कि आप ट्रेंडिंग से कितना लाभ प्राप्त किए हैं उसी के ऊपर यह टैक्स लगता है।

                        2. ट्रेडिंग खर्चों की कटौती – Deduction of trading expenses

                        इंट्राडे ट्रेडिंग पर ब्रोकर आपसे कुछ ब्रोकरेज और फीस लेता है वह चार्ज काटकर आपके ब्रोकर अकाउंट में बची हुई पैसे डाल देता है।

                        इंट्राडे ट्रेडिंग में इस्तेमाल होने वाले टूल्स – Tools used in intraday trading

                        1. चार्टिंग सॉफ्टवेयर – charting software

                          इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आप कुछ टूल्स का प्रयोग कर सकते हैं इसमें चैटिंग सॉफ्टवेयर भी आता है चैटिंग सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके आप चार्ट का विश्लेषण कर सकते हैं और अनुमान लगा सकते हैं कि वह स्टॉक या बाजार किस दिशा में जा सकता है इससे आप बड़ा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

                          2. ट्रेडिंग इंडिकेटर्स – trading indicators

                          इंट्राडे ट्रेडिंग में इंडिकेटर का इस्तेमाल अत्यधिक किया जाता है इंडिकेटर का प्रयोग करके विभिन्न शेयर का आप विश्लेषण कर सकते हैं । यह आपको सही समय पर सही एंट्री और एग्जिट करने में मदद करता है जिससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) में मुनाफा प्राप्त कर सकते हो।

                          इंट्राडे ट्रेडिंग और मानसिक स्वास्थ्य – Intraday Trading and Mental Health

                          1. तनाव प्रबंधन – stress management

                            इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको तनाव मुक्त होना आवश्यक है तनाव होने के कारण आप सही निर्णय नहीं ले सकते इस कारण आपको तनाव प्रबंधन करना आना चाहिए इसके लिए आप बहुत सारी विधियों का प्रयोग कर सकते हैं ।

                            2. ध्यान और मेडिटेशन – Meditation

                            इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होना चाहिए मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करने के लिए आपको ध्यान और मेडिटेशन करना चाहिए यह आपको तनाव से मुक्त रखेगा जिसके कारण आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे।

                            इंट्राडे ट्रेडिंग का भविष्य – future of intraday trading

                            1. टेक्नोलॉजी का प्रभाव – impact of technology

                              इंट्राडे ट्रेडिंग का भविष्य उज्जवल है क्योंकि दिन प्रतिदिन नए-नए टूल्स और सॉफ्टवेयर आ रहे हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग को और भी आसान बना रहा है जिसके कारण इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) का भविष्य बहुत ही अच्छा है।

                              2. नए अवसर – new opportunities

                              इंट्राडे ट्रेडिंग हमें लगातार नए-नए अवसर प्रदान करता है बाजार में नए-नए शेयर हमेशा आते रहते हैं जिसके कारण हमें और नए अवसर प्रदान होता है।

                              निष्कर्ष – conclusion

                              इंट्राडे ट्रेडिंग अत्यंत आकर्षक लगता है लेकिन यह एक चुनौती पूर्ण कार्य है इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) से अत्यधिक लाभ कमाया जा सकता है लेकिन जोखिम भी अत्यधिक है अगर आप सही रणनीति सही जानकारी सही कौशल का प्रयोग करें तो अवश्य ही आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यंत लाभ प्राप्त कर सकते हैं । अगर आप सभी पहलुओं पर ध्यान देंगे तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अवश्य ही सफलता प्राप्त कर लेंगे।

                              FAQ

                              इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?

                              इंट्राडे ट्रेडिंग वह प्रक्रिया है जिसमें हम एक ही दिन में किसी स्टॉक को बेचते और खरीदने हैं |

                              इंट्राडे ट्रेडिंग में कौन-कौन से उपकरण आवश्यक है ?

                              इंट्रा ट्रेडिंग करने के लिए आपको अच्छा इंटरनेट कनेक्शन अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एक अच्छा विश्वसनीय ब्रोकर की आवश्यकता होती है ।

                              इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या लाभ है ?

                              इंट्राडे ट्रेडिंग में लिक्विडिटी अत्यधिक होती है इसके कारण आपको जोखिम कम होता है और तेजी से लाभ प्राप्त आप कर सकते हैं।

                              इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या नुकसान है ?

                              इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक जोखिम होता है समय की आवश्यकता अधिक होती है धन की आवश्यकता महत्वपूर्ण है।

                              इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए क्या आवश्यक है ?

                              इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए आपको सही शिक्षा सही रणनीति सही सतर्कता और धैर्य की आवश्यकता होती है |